और बाद में इन्हीं आदर्श नारियों के पद चिन्हों पर चलकर अनगिनत महिलाओं ने अपने जीवन को साकार किया था।
परंतु फिर भी कुछ अज्ञानी स्त्रीयाँ जाने अनजाने में इस वैदिक परंपरा का उलंघन करके समाज की इस व्यवस्था को बिगाड़ देती है।
और कुछ पल के आनंद को भोगने के लिए पर पुरूषों के साथ संलग्न होकर अपने सतित्व तक नष्ट कर लेती है।
तो चलिये एक बार विस्तार से प्रकाश डालते है कि, आखिर क्या मायने है पतिव्रता पत्नी के
नमस्कार और एक बार फिर स्वागत है, आप सभी का आपके अपने वीडियो कलश युट्यूब चैनल पर।
0 Comments